Mukhyamantri Tourism Fellowship Program: घूमने के लिए मिलेंगे 40000 रु

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Mukhyamantri Tourism Fellowship Program: मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के युवाओं को पर्यटन, संस्कृति, और सरकारी योजनाओं के बारे में काम करने का अवसर देना है।

इस कार्यक्रम के तहत चुने गए शोधार्थियों को उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों और मेलों को बेहतर बनाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें पर्यटन, संस्कृति और पर्यावरण के विकास से जुड़े काम करने का मौका मिलेगा।

Mukhyamantri Tourism Fellowship Program

मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया एक खास कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में काम करने का मौका देना है। इसमें चुने गए युवाओं को पर्यटन स्थलों, मेलों और उत्सवों के बारे में सीखने और उन्हें बेहतर बनाने का काम दिया जाता है।

इस कार्यक्रम में चुने गए युवाओं को हर महीने 30,000 रुपये का वेतन मिलता है और फील्ड वर्क के लिए 10,000 रुपये अतिरिक्त दिए जाते हैं। इसके अलावा, उन्हें एक टैबलेट भी दिया जाता है, जिससे वे अपना काम आसानी से कर सकें।

फेलोशिप के दौरान, युवाओं को पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना होता है। वे राज्य में पर्यटन को बेहतर बनाने के लिए योजनाएं बनाते हैं, मेले और उत्सवों की तैयारी में मदद करते हैं, और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की जानकारी जुटाते हैं।

यह फेलोशिप 1 साल के लिए होती है, जिसे अच्छे काम के आधार पर बढ़ाया जा सकता है। यह एक फुल-टाइम कार्यक्रम है, जिसमें युवाओं को पूरी तरह से शामिल होना पड़ता है।

फेलोशिप के प्रमुख उद्देश्य

  1. पर्यटन और योजनाओं की जानकारी: इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को पर्यटन और सरकारी योजनाओं के प्रबंधन में भाग लेने का मौका देना है।
  2. मेलों और उत्सवों का आयोजन: शोधार्थियों को प्रदेश के मेलों और उत्सवों की योजना बनाने और पर्यटन में सुधार करने का अवसर मिलेगा।
  3. सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं का अध्ययन: शोधार्थी दूसरे राज्यों और देशों की अच्छी पर्यटन नीतियों का अध्ययन करेंगे और सरकार को सलाह देंगे कि इन्हें कैसे लागू किया जाए।

आवेदन करने की पात्रता

  1. आयु सीमा: आवेदन के दिन उम्मीदवार की उम्र 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  2. शैक्षिक योग्यता: बी.बी.ए., बी.ए., एम.ए., एम. फिल., पी.एच.डी., एम.बी.ए., या ट्रैवल मैनेजमेंट और हॉस्पिटैलिटी में डिग्री/डिप्लोमा होना चाहिए। कंप्यूटर (एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल, एमएस पावर पॉइंट) की जानकारी होनी चाहिए।
  3. अनुभव: फील्ड में काम करने का अनुभव और हिंदी व अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान जरूरी है।
Mukhyamantri Tourism Fellowship ProgramOnline Apply Here

चयन की प्रक्रिया

  • ऑनलाइन आवेदन के साथ 500 शब्दों में एक उद्देश्य का विवरण देना अनिवार्य होगा।
  • विभागीय कमेटी द्वारा आवेदन की जांच की जाएगी और चयन किया जाएगा।

वेतन

इस कार्यक्रम में चुने गए शोधार्थियों को हर महीने 30,000 रुपये का वेतन मिलेगा, और फील्ड वर्क के लिए 10,000 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। उन्हें काम के लिए एक टैबलेट भी दिया जाएगा, लेकिन रहने की व्यवस्था खुद करनी होगी।

कार्यकाल और प्रदर्शन

शोधार्थी की अवधि 1 साल के लिए होगी, जिसे उनके काम के आधार पर बढ़ाया जा सकता है। सफलतापूर्वक काम करने पर उन्हें प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।

ज़िम्मेदारियां

  • जिलाधिकारी और पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना होगा।
  • मेलों, महोत्सवों और योजनाओं की रूपरेखा बनाना और उसका आकलन करना।
  • पर्यटन स्थलों का डेटा इकट्ठा करना और उसमें सुधार के सुझाव देना।
  • योजनाओं के कार्यान्वयन में आ रही समस्याओं का समाधान निकालना और सुझाव देना।

अन्य शर्तें

  1. यह फेलोशिप पूर्णकालिक होगी, यानी इसे करने के दौरान आप कोई दूसरा काम नहीं कर सकते।
  2. चयन के बाद मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट और पुलिस सत्यापन ज़रूरी होगा।
  3. कार्यकाल के दौरान किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी।
  4. सभी शोधार्थियों को दो हफ्तों का प्रशिक्षण लखनऊ में दिया जाएगा।

यह कार्यक्रम राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने और शोधार्थियों को अपने करियर में आगे बढ़ने का बेहतरीन मौका देता है।

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हेलो दोस्तों, मेरा नाम आफताब अहमद है, मै इस वेबसाइट का राइटर और Co-Founder हूँ और इस वेबसाइट के माध्यम से सरकारी योजना, ब्लोगिंग, SEO, आदि से सम्बंधित जानकारी शेयर करता हूँ.

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